नमस्कार आख़िरकार –
अगर हम जीवन भर जी तोड़ मेहनत करके कमाते हैं, तो रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी आरामदायक होनी चाहिए, और ऐसा सम्भव होगा वित्तीय स्वतंत्रता से.
आज आपको जितने खर्च करने की आदत है क्या आप उसे बुढ़ापे में सिमित कर पायेंगें, खासतौर पर तब जब बुढ़ापे में आपके पास इनकम का कोई मुख्य जरिया ना हो, ऐसे में रिटायरमेंट की प्लानिंग करना बहुत आवश्यक है.
आप सहीं रिटायरमेंट प्लानिंग से अपने जीवन शैली में बिना कोई बदलाव किये, महगाई से निपट सकते हैं.
प्लानिंग करें
अगर आप रिटायर्मेंट के बाद लम्बे समय तक जैसे 30 साल जीने की उम्मीद रखते हैं, और महगाई दर 5 फीसदी है तो आपका फंड् जीवन भर आपके जरूरतों को पूरा करना चाहिए, Retirement प्लानिंग के लिए आप एकमुश्त निवेश कर सकते हैं, इसके अलावा अगर आप नौकरी पेशा वाले हैं तो हर माह निवेश करना भी एक बेस्ट ऑप्शन है.
समय और टैक्स नियमों पर ध्यान दें
Retirement एक लम्बे समय का लक्ष्य है, ऐसे में आपको अपने रिटायरमेंट फंड टारगेट और Tax काटकर मिलने वाले रिटर्न पर विशेष ध्यान देना चाहिए
Retirement Fund के लिए आप सभी पैसे केवल शेयरों में निवेश नहीं कर सकते, क्योंकि आपके Retirement का समय फिक्स है आप इसे नहीं टाल सकते, और शेयर बाजार में किया गया निवेश कभी भी ऊपर नीचे हो सकता है, ऐसे में आपको बाजार से जुड़े और बाजार से ना जुड़े दोनों तरह के निवेश में संतुलन बनाना होगा.
बदलते रहते हैं Tax नियम
टैक्स नियम में बदलाव होते रहते हैं, जिसका असर आपके रिटायरमेंट फंड पर पड़ सकता है, इसलिए समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करें, म्यूचुअल फंड या फिर शेयर बाजार में निवेश करना उन लोगों के लिए ज्यादा सहीं होगा एक बार में एकमुश्त निवेश कर लॉन्ग टर्म में टिके रहना चाहते हैं. इसकी वजह यह की शेयर बाजार कभी भी नीचे जा सकता है और रिटर्न निगेटिव हो सकता है.
लेकिन लॉन्ग टर्म में शेयर बाजार से अच्छे रिटर्न मिलते हैं, इसके अलावा अगर आप निवेश की वैल्यू को बहुत ज्यादा बढ़ाना चाहते हैं तो पर्याप्त अच्छा खासा समय देना होगा
एसडब्ल्यूपी (SWP) मासिक पेंशन का बेस्ट तरीका
इसे समझें की एसडब्ल्यूपी (SWP) कैसे काम करता है – निवेशक किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में एकमुश्त बड़ी रकम निवेश करता है, फिर फंड हाउस से हर महीने एक निश्चित राशि अपने खाते में चाहता है. फंड हाउस उस राशि के बराबर NAV यूनिट्स बेचकर, निवेशक के अकाउंट में वह पैसा जमा कर देता है.
खास बात यह है कि फंड हाउस जब भी NAV बेचता है, तब भी फंड का मूल्य बढ़ता रहता है. चूंकि पैसा एक साथ नहीं निकाला जाता, इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाव होता है. वहीं अगर फंड की वृद्धि दर निकासी दर से अधिक है, तो पैसा लंबे समय तक खत्म नहीं होगा
एसडब्ल्यूपी (SWP) कैलकुलेशन
सबसे पहले हमे एकमुश्त 6 लाख रुपये को 30 सालों के निवेश करना होगा, अगर 12 फीसदी सालाना रिटर्न मिले तो 30 सालों में यह फंड 1,79,75,954 रुपये हो जायेगा, यानी 1,73,75,954 रुपये का फायदा मिलेगा.
वर्तमान टैक्स नियमों को देखें तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) पर 1,25,000 रुपये की टैक्स छूट है उसके पश्चात 12.5 प्रतिशत LTGC टैक्स देना होगा, यानी आमदनी का 21,56,369.125 रुपये टैक्स देने में चले जायेंगें. टैक्स काटकर बची हुई राशि 1,58,19,583.875 रुपये होगी
हर महीने 1,04,500 रुपये की इनकम
अब हम इस रकम को सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान (SWP) में डालते हैं, जहां हम 7% सालाना रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं. इस रणनीति से अगले 30 साल तक हर महीने 1,04,500 रुपये मासिक पेंशन लेते हैं.
30 साल बाद भी आपके पास 1,68,969 रुपये बचे रहेंगे, इस दौरान पेंशन के रुप में कुल निकाली गई राशि 3,76,20,000 रुपये होगी.
डिस्क्लेमर : यह केवल अनुमान है, निवेश सलाह नहीं, निवेश से पहले पूरी जानकारी लें और वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें.