म्यूचुअल फंड से कमाई के जहाँ अनेकों विकल्प हैं वही म्यूचुअल फंड के नुकसान भी कम नहीं है खराब म्यूचुअल फंड से बचें, कैसे सही फंड का चुनाव करें? सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूच्यूअल फण्ड कैसे चुने, इस पोस्ट पर जानें
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कई निवेशक ‘म्यूचुअल फंड निवेश को एक अच्छा निवेश विकल्प के रूप मानते हैं’ Mutual Fund की बढ़ती लोकप्रियता का एक अच्छा कारण यह है.
कि बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रकार की म्युचुअल फंड योजनाओं के साथ, चाहे वह लम्बे समय के लिए निवेश हो या कम समय के लिए निवेशक हो, जोखिम से बचने वाला निवेशक हो या उच्च जोखिम वाला हो, म्यूचुअल फंड में सभी प्रकार के निवेश विकल्प मौजूद हैं.
भारत में निवेशकों के बीच अन्य Investment की तुलना म्यूचुअल फंड को सुरक्षित निवेश माना जाता है और इसे निवेशकों के लिए न्यूनतम जोखिम के साथ डायवर्सिफाई लाने के एक अच्छे तरीके के रूप में देखा जा सकता है,
लेकिन अगर निवेशकों को यह नहीं पता कि म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले क्या सावधानी और जानकारी रखनी चाहिए तो उनके लिए सुरक्षित निवेश भी जोखिम भरा हो सकता है.
अपने निवेश पर रिटर्न में सुधार करने के लिए, एक म्यूचुअल फंड निवेशक के रूप में आपको पता होना चाहिए कि खराब म्यूचुअल फंड निवेश से कब बचना चाहिए, इसलिए, यह जानने के लिए यहां कुछ Mutual Fund Tips दिए गए हैं कि अपने म्यूचुअल फंड के निवेश में सहीं फंड कैसे चुनें

उच्च व्यय अनुपात
एक निवेश कंपनी, निवेश पोर्टफोलियो, एक म्यूचुअल फंड, या एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का प्रबंधन करने के लिए निवेशकों से जो राशि लिया जाता है, उसे वार्षिक व्यय अनुपात कहा जाता है जिसमें अनुपात प्रबंधन शुल्क और फंड की operating लागत शामिल होता है।
जबकि सक्रिय रूप से प्रबंधित पोर्टफोलियो के लिए एक उचित व्यय अनुपात लगभग 0.5% से 0.75% है, यदि व्यय अनुपात 1.5% से अधिक हो रहा है तो इसे आमतौर पर अधिक उच्च माना जाता है. कम शुल्क के साथ बना म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो निवेशकों को शानदार रिटर्न प्रदान कर सकते हैं.
लेकिन अत्यधिक वार्षिक शुल्क म्यूचुअल फंड निवेश को पेचीदा बना सकता हैं. इस निवेश के साथ जाने के बजाय, निवेशक केवल व्यापक बाजार प्रतिभूतियों या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड में निवेश करके बेहतर रिटर्न उत्पन्न कर सकते हैं, इसलिए Mutual Fund निवेश से पहले उच्च व्यय अनुपात में जरूर ध्यान दें.
अनुचित लोड चार्ज लगाना
म्युचुअल फंड शुल्क को दो प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है – Recurring charges and one-time charges. कई म्यूचुअल फंड एंट्री या एग्जिट लोड के साथ आते हैं, जो किसी फंड के शेयर खरीदने या बेचने के समय निवेशकों पर लगाए गए शुल्क में लागु होते हैं.
प्रवेश भार शुल्क आमतौर पर निवेशित पूंजी का 2.25% होता है हालांकि यह अलग-अलग म्यूचुअल फंडों में भिन्न भिन्न हो सकता है. जबकि एक्जिट लोड में निवेशकों को एक शुल्क का भुगतान करना होगा जो कि 0.25 से 4 प्रतिशत के बीच होता है, यदि वे म्यूचुअल फंड इकाइयों को अवधि से पहले बेचना चाहते हैं तब उन्हें इस High एक्जिट लोड के बारे में सोचना होगा.
सहीं इंडेक्स का चुनाव
म्युचुअल फंडों को भारी रूप में Regulated किया जा सकता है और उनके पुरे पोर्टफोलियो के 25% से अधिक केंद्रित होल्डिंग्स की अनुमति नहीं है. क्योंकि म्यूचुअल फंड अपने विविधीकरण के कारण कम रिटर्न उत्पन्न करते हैं, यह एक निवेशक को बड़े नुकसान से बचाता है, परन्तु कभी कभी यह एक उच्च लाभ कमाने से रोकता भी है.
कोई भी स्टॉक के प्रदर्शन की भविष्यवाणी नहीं किया सकता है ऐसे में जिस म्यूचुअल फंड पर निवेश किया जा रहा है उसके Index की जानकारी सबसे प्रमुख है. अगर एक ही स्टॉक के बेहतर प्रदर्शन के चलते आप उस म्यूचुअल फंड में अपने सारे पैसे लगाते है तब आप जोखिम उठा रहे हैं.
समय लगाकर म्यूचुअल फंड का चुनाव करें
इसमें कोई शक नहीं है कि म्युचुअल फंड आसान हैं, और सभी के लिए बेहतर है. यदि निवेशक अपने निवेश के प्रदर्शन का analysis करके शेष संपत्तियों और फंडों की स्थिरता के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, तो म्यूचुअल फंड बड़े रिटर्न ला सकते हैं.
लेकिन तमाम तरह के Tips व हथकंडे अपनाने के बाद भी ऐसे उदाहरण सामने आए हैं कि लोग निवेश के गलत विकल्प चुनते हैं. खराब म्युचुअल फंड निवेश से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उस निवेश को समझने के लिए अपना समय निकालें जिसके बारे में आप पूरी तरह संतुष्ट हैं उन्ही में निवेश करें
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